प्रस्तावना स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यूनिसेफ के सहयोग से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, जो भारत की सदियों पुरानी चुनौती है में सुधार लाने के उद्देश्य के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का शुभारंभ किया है | इस अभियान के अन्तर्गत देश भर में गर्भवती महिलाओं की एक बड़ी […]
ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में अकाल की क्या स्थिति थी और ब्रिटिश शासन के द्वारा इससे लड़ने के लिए कौन – कौन से कदम उठाए गए ? प्रस्तावना ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में जीवन यापन का मुख्य साधन खेती ही था ,और यह मुख्यतः अनिश्चित वर्षा पर निर्भर था |1757 से 1947 के […]
मंत्रिमंडल ने उच्चतम न्याायालय के निर्णय के अनुपालन में स्थिति-सह-प्रगति रिर्पोट को मंजूरी दी और ‘नदियों को जोड़ने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया’ प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नदियों को जोड़ने के मामले में उच्चलतम न्यायलय के निर्णय के अनुपालन में स्थिति-सह-प्रगति रिर्पोट और ‘नदियों को जोड़ने के लिए एक […]
प्रस्तावना केंद्र सरकार के द्वारा जगदीश सिंह खेहर को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का नया कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है | श्री खेहर ने अनिल आर दवे को स्थानांतरित किया है | इसीलिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण चर्चा में है ,और हम इस लेख के द्वारा इसके गठन , कार्य और इसके द्वारा चलाए […]
प्रस्तावना प्रधानमंत्री की अध्यक्षयता वाली आर्थिक मामलों की केंद्रीय समिति ने 2016-17 के लिए रबी की सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दी। इसके अलावा दलहन और तिलहन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने उपर्युक्त और निम्नलिखित फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढोतरी को अनुमति प्रदान की। […]
प्रस्तावना भारत में क्रांतिकारी आतंकवाद का विकास दो चरणों में हुआ | पहला चरण स्वेदेशी आंदोलन के बाद शुरू हुआ और दूसरा चरण लगभग 1920 के आस पास | क्रांतिकारी आतंकवाद को पढ़ते समय हम upsc में गत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों की प्रकृति के आधार पर अपनी पढाई करेंगे | गत वर्षों में […]
प्रस्तावना यहाँ पर मैं ‘राजीव अहीर’ की पुस्तक’आधुनिक भारत का इतिहास’ से कुछ मुख्य बिंदु लिख रहा हूँ ताकि आप अपने दिमाग में एक खाँचा खींच सके | 19 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में भारत में आधुनिक उद्योग धंधों के विकास के साथ श्रमिकों के रोजगार में भी वृद्धि हुई | लेकिन पुरे विश्व के […]
उपनिवेशवाद के अधीन भारतीय कृषि व्यवस्था अंग्रेज़ो द्वारा भारतीय कृषि में व्यापक परिवर्तन किए जाने से देश के कृषि जगत में हलचल पैदा हो गई तथा भारतीय कृषक निर्धनता की बेड़ियों से जकड़ गए। उपनिवेशवाद के अधीन भारतीय कृषि की निर्धनता के निम्न प्रमुख कारण थे — उपनिवेशवादी आर्थिक नीतियां। भारतीय हस्तशिल्प के विनाश से […]
प्रस्तावना यहाँ पर मैं ‘राजीव अहीर’ की पुस्तक’आधुनिक भारत का इतिहास’ से कुछ मुख्य बिंदु लिख रहा हूँ ताकि आप अपने दिमाग में एक खाँचा खींच सके| भारत में अंग्रेज़ो की भू-राजस्व नीतियां ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने आर्थिक व्यय की पूर्ति करने तथा अधिकाधिक धन कमाने के उद्देश्य से भारत की कृषि व्यवस्था में […]
हर्बल दवाओं के लिए 9वें अंतर्राष्ट्रीय नियामक सहयोग बैठक आयुष मंत्रालय हर्बल दवाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय नियामक सहयोग (आईआरसीएच) की 9 वीं वार्षिक बैठक का 8 से 10 नवंबर, 2016 तक नई दिल्ली में आयोजन किया गया । 2007 से आईआरसीएच नेटवर्क का एक सक्रिय सदस्य होने के कारण आयुष मंत्रालय का अभी तक आयोजित […]
Abhishek vishwakarma: 💯% right sir and thank you so much sir