प्रस्तावना
इस लेख में हम अमेरिकी स्वतंत्रता संघर्ष में अमेरिका की विजय के कारण और उसका विश्व पर प्रभाव एवं महत्व के बारे में चर्चा करेंगे .लेकिन इससे पूर्व अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के कारण और स्वरुप के लिए click here
युद्ध में अमेरका की विजय के कारण
अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम में अमेरिका की विजय के प्रमुख कारण निम्नलिखित थे.
इंग्लैंड का अकेले युद्ध लड़ना
इंग्लैंड को इस युद्ध में किसी अन्य देशों का सहयोग प्राप्त नहीं हुआ ,जबकि अमेरिका को फ़्रांस ,स्पेन ,हॉलैंड इत्यादि ने धन ,जन और सेना से सहायता की.
युद्धक्षेत्र का दूर होना
इंग्लैंड में योग्य राजनीतिज्ञों का अभाव
ब्रिटिश शासन की दुर्बलता
दुर्बल ब्रिटिश नौसेना
उपनिवेशों की शक्ति का गलत मूल्यांकन
उपनिवेशवासियों का निश्चित आदर्श
उपनिवेशवासियों की एकता
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम का प्रभाव
अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम विश्व इतिहास की एक विभाजक रेखा मानी जाती है.इसके दूरगामी और निर्णायक परिणाम पूरे विश्व पर पड़ा . इस संग्राम के निम्नलिखित परिणाम हुए —
अमेरिका पर प्रभाव
2.प्रथम जनतंत्र की स्थापना -संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व का पहला राष्ट्र बना जिसने प्रचलित राजतंत्रात्मक -व्यवस्था के स्थान पर जनतंत्रात्मक शासन व्यवस्था को अपनाया. स्वतंत्रता संग्राम के सेना नायक जॉर्ज वाशिंगटन अमेरिकी गणराज्य के प्रथम निर्वाचित राष्ट्रपति बने.
3.औद्योगिक क्रांति का आरम्भ – युद्ध के दौरान अस्त्र – शस्त्रों और अन्य सामानों के निर्माण के लिए अनेक कल कारखाने खोले गए . इससे औद्योगिककरण ने अमेरिका की आर्थिक सम्पन्नता बढ़ा दी.
4.समाज पर प्रभाव -स्वतंत्रता संग्राम ने अमेरिकी समाज पर भी प्रभाव डाला . नई परिस्थितियों में इंग्लैंड के राजभक्तों को अमेरिका छोड़कर पड़ोसी राष्ट्र कनाडा जाने पर विवश होना पड़ा. अतः गणतंत्रात्मक विचारधारा से प्रभावित लोग ही अमेरिका में रह गए.औद्योगिककरण के कारण समाज में पूंजीपतियों का प्रभाव बढ़ने लगा. युद्ध में प्रमुखता से भाग लेने के कारण स्त्रियों का समाज में सम्मान बढ़ा तथा उनके नागरिक एवं आर्थिक अधिकारों की सुरक्षा की व्यवस्था की गई.
इंग्लैंड पर प्रभाव
2.जॉर्ज तृतीय के व्यक्तिगत शासन की समाप्ति -अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम ने सम्राट जॉर्ज तृतीय के व्यक्तिगत शासन का अंत कर दिया.युद्ध से पराजित होने से उसकी प्रतिष्ठा घाट गई और उसका पतन हो गया.
3.कैबिनेट प्रणाली का विकास – जॉर्ज तृतीय के बाद इंग्लैंड की सत्ता हाउस ऑफ़ कॉमन्स के द्वारा निर्वाचित प्रधानमंत्री के हाथों में चली गई .
4.वैदेशिक व्यापर एवं अर्थवयवस्था को क्षति – स्वतंत्रता संग्राम के पूर्व इंग्लैंड का विदेशी व्यापर बड़े स्तर पर होता था ,परन्तु युद्ध के बाद इस स्थिति में परिवर्तन आ गया. अब व्यापारिक प्रतिबंधों के स्थान पर मुक्त व्यापर की नीति को बढ़ावा दिया गया.अमेरिका से व्यापर बंद हो जाने से इंग्लैंड को काफी आर्थिक क्षति हुई . इसी प्रकार ,युद्ध में होने वाले खर्च का भी इंग्लैंड की अर्थव्यवस्था पर घातक प्रभाव पड़ा.
5.इंग्लैंड में सुधार-युद्ध के बाद इंग्लैंड में अनेक सुधार लागू किए गए. 1782 में आयरलैंड की संसद को स्वतंत्र स्थान प्रदान किया गया.1793 में कैथोलिक आयरिशों को मताधिकार दिया गया. 1800 में आयरिश संसद को ब्रिटिश संसद से सम्बद्ध कर दिया गया.अब इंग्लैंड में राजनीतिक स्वतंत्रता का महत्व बढ़ गया.राजतंत्र सीमित और नियंत्रित हो गया.संसद का प्रभाव बढ़ गया.
फ़्रांस पर प्रभाव
फ़्रांस पर अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का व्यापक प्रभाव पड़ा. इस युद्ध में फ़्रांस ने अमेरिका को आर्थिक और सैनिक सहायता दी थी . फ़्रांसिसी सैनिकों ने इस युद्ध में अमेरिका की तरफ से इस संघर्ष में भाग लिया. युद्ध के बाद जब वे सैनिक और स्वयंसेवक स्वदेश लौटे तो उन्हें इस बात की अनुभूति हुई कि जिस स्वतंत्रता तथा समानता के सिद्धांतों के लिए वे संघर्ष कर रहे थे ,अपने देश में उन्ही का अभाव था.अतः वे भी राजतंत्रविरोधी हो गए .इसके अतिरिक्त अमेरिका कि सहायता करने से फ़्रांस की अर्थव्यवस्था बिगड़ गई .सर्कार दिवालियापन के कगार पर पहुंच गई. इन घटनाओं ने 1789 की फ़्रांस की क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई .
भारत पर प्रभाव
अमेरिका पर औद्योगीकरण का प्रभाव
अमेरिका पर औद्योगीकरण का प्रभाव स्वतंत्रता संग्राम के पूर्व और बाद में भी पड़ा.स्वतंत्रता युद्ध के पूर्व 13 अमेरिकी उपनिवेशों का इंग्लैंड की औद्योगिक क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान था. उपनिवेशों से भरी मात्रा में कच्चा माल इंग्लैंड को निर्यात किया जाता था ,जिससे इंग्लैंड के कल कारखाने और उद्योग धंधे चलते थे . अमेरिकी युद्ध ने इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति के लिए संकट उत्पन्न कर दिया. अमेरिका से कच्चा माल का निर्यात बंद हो गया. दूसरी ओर युद्ध के दौरान अस्त्र शस्त्र के निर्माण के लिए अमेरिका में ही कारखाने खोले जाने लगे.इससे अमेरिका में औद्योगीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई. अपने अर्थी संसाधनों का उपयोग कर अमेरिका तेज़ी से औद्योगीकरण के मार्ग पर अग्रसर हुआ.औद्योगीकरण के साथ ही कृषि का भी विकास हुआ. फलतः अमेरिका के अर्थी स्थिति में विस्मयकारी बदलाव आया.सुदृढ़ अर्थव्यवस्था के आधार पर एक सशक्त और विकसित राष्ट्र के रूप में अमेरिका का विकास हुआ.
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम का महत्व
laltu kumar Apr 18, 2018
very goos artical