18वें एशियाई खेलों का हुआ समापन
- 18वें एशियाई खेलों को समापन इंडोनेशिया में 2 सितम्बर, 2018 को हुआ। इन खेलों का आयोजन इंडोनेशिया के जकार्ता व पालेमबांग नामक दो शहरों में 18 अगस्त से 2 सितम्बर के बीच किया गया।
- यह ऐसा दूसरा अवसर था जब इंडोनेशिया ने इन खेलों का आयोजन किया, इससे पहले 1962 में इंडोनेशिया ने जकार्ता में एशियाई खेलों का आयोजन किया था।
- समापन समारोह में भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल भारत की ध्वज वाहक थीं।
मुख्य बिंदु
18वें एशियाई खेलों में 45 देशों के लगभग 11,000 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इसमें खिलाड़ियों ने 40 खेलों की 67 प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा लिया।
इसमें पहली बार ई-स्पोर्ट्स (विडियो गेमिंग) और केनो पोलो को भी शामिल किया गया था।
इस बार के एशियाई खेलों में चीन ने सर्वाधिक पदक जीते, चीन ने 132 स्वर्ण, 92 रजत और 65 कांस्य पदक जीते। सबसे अधिक जीतने के मामले में जापान और दक्षिण कोरिया क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
इस पदक तालिका में भारत 15वें स्थान पर रहा, भारत ने 8 स्वर्ण पदक, 24 रजत पदक और 30 कांस्य पदक जीते। भारत ने निशानेबाजी और कुश्ती में दो-दो, बॉक्सिंग, ब्रिज, रोइंग और टेनिस में 1-1 स्वर्ण पदक जीता।
एशियाई खेल के अगले संस्करण का आयोजन चीन के हांगजू में 10 से 25 सितम्बर, 2022 में किया जायेगा।
शुभंकर : इन खेलों के शुभंकर भिन भिन, काका (एक सींग वाला गैंडा) और अतुंग (हिरन) थे। यह तीनो इंडोनेशिया के पूर्व, पश्चिम और मध्य भाग का प्रतिनिधित्व करते हैं, इन तीनों को क्षेत्र की स्थानीय वेशभूषा से सुसज्जित किया गया था।
जापानी तैराक रिकाको इकी बनी एशियाई खेलों की सबसे मूल्यवान खिलाड़ी
एशियाई ओलिंपिक परिषद् ने 18 वर्षीय जापानी तैराक रिकाको इकी को एशियाई खेल 2018 का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी चुना गया। वे सबसे मूल्यवान खिलाड़ी का ख़िताब जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं। सबसे मूल्यवान खिलाड़ी पुरस्कार को 1998 में बैंकाक में आयोजित एशियाई खेलों में शुरू किया गया था। रिकाको इकी को एक ट्राफी व 50,000 डॉलर (35 लाख रुपये) का चेक प्रदान किया गया।
मुख्य बिंदु
रिकाको को 6 स्वर्ण पदक तथा 2 रजत पदक जीतने के कारण सबसे मूल्यवान खिलाड़ी का ख़िताब दिया गया। उन्होंने 50 मीटर बटरफ्लाई, 100 मीटर फ्लाई, 50 मीटर फ्री, 100 मीटर फ्री, 4×100 मीटर फ्री तथा 4×100 मीटर मेडले इवेंट में स्वर्ण पदक जीते, इसके आल्वे उन्होंने 4×200 मीटर फ्रीस्टाइल तथा मिक्स्ड मेडले रिले में रजत पदक जीते। वे एक ही एशियाई खेल में 6 स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाडी बनी। उन्होंने कुल 8 पदक जीते, इकी ने एक ही एशियाई खेलों में उत्तर कोरियाई शूटर सो-गिन-मन के 8 पदकों की बराबरी की। इकी इस सम्मान को प्राप्त करने वाली चौथी जापानी खिलाडी हैं। उनसे पहले तीन तैराक कोसुके किताजिमा (जापान) 2002, पार्क ताई ह्वान (दक्षिण कोरिया) 2006 तथा कोसुके हगिनो (जापान), 2014 में इस खिताब को जीते चुके हैं।
2017-18 में मॉरिशस, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का सबसे बड़ा स्त्रोत
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी डाटा के अनुसार 2017-18 में मॉरिशस भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का सबसे बड़ा स्त्रोत रहा। इस सूची में सिंगापुर दूसरे स्थान पर है। वित्त वर्ष 2018 में प्रत्यक्ष विदेश निवेश 37.36 अरब डॉलर है, जबकि वित्त वर्ष 2017-18 में यह 36.31 अरब डॉलर था।
मुख्य बिंदु
2017-18 में मॉरिशस से भारत में 13.41 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया, जबकि इससे पिछले वर्ष यह 13.38 अरब डॉलर था। सिंगापुर में 2016-17 में भारत में 6.52 अरब डॉलर का प्रत्येक्ष विदेशी निवेशी आया, जबकि 2017-18 में यह बढ़कर 9.27 अरब डॉलर हो गया।
मूव साईकलाथन
नीति आयोग ने स्वच्छ परिवहन का सन्देश लोगों तक पहुंचाने के लिए साइकिल रैली मूव साईकलाथन को हरी झंडी दिखाई। इसका आयोजन ग्लोबल मोबिलिटी समिट से ठीक पहले किया गया, ग्लोबल मोबिलिटी समिट का आयोजन 7,8 सितम्बर, 2018 को नई दिल्ली में किया जायेगा।
मुख्य बिंदु
इस साइकिल रैली का उद्देश्य देश में स्वच्छ परिवहन का सन्देश देना है। इसका आयोजन ‘मोबिलिटी वीक’ के तहत किया गया था। इस दौरान 31 से 6 सितम्बर, 2018 के बीच 17 इवेंट्स आयोजित किये जायेंगे। इनका उद्देश्य परिवहन क्षेत्र से जुड़े स्टेकहोल्डर्स के बीच सहभागिता को सरल बनाना है।
कृष्ण कुटीर आवास का द्घाटन
केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में मथुरा के वृन्दावन में कृष्ण कुटीर का उद्घाटन किया, इस आवास का निर्माण विधवा महिलाओं के लिए स्वधार गृह स्कीम के तहत किया गया है, यह किसी सरकारी संगठन द्वारा निर्मित इस प्रकार का सबसे बड़ा भवन है। इसका निर्माण वृन्दावन में दयनीय स्थिति में रह रही महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने के लिए किया गया है।
कृष्ण कुटीर
इस भवन का निर्माण केंद्र सरकार की फंडिंग के द्वारा किया गया है, बाद में इसका प्रबंधन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जायेगा। इस भवन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 1.4 हेक्टेयर की भूमि आबंटित की थी। इस भवन में 100 कमरे अथवा शयनगार हैं। यहाँ पर एक समय में 1000 महिलाएं रह सकती हैं।
स्वधार गृह योजना
इस योजना का क्रियान्वयन केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य दयनीय स्थिति में रह रही महिलाओं की आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि वे सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सकें। इस योजना में महिलाओं को भोजन, आश्रय, स्वास्थ्य सुविधा तथा आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
चौथी आयुर्वेद कांग्रेस का आयोजन नीदरलैंड में
चौथी अंतर्राष्ट्रीय आयुर्वेदिक कांग्रेस 2018 का आयोजन नीदरलैंड के लाईदेन में किया गया, इसका उद्घाटन 1 सितम्बर को भारत के राज्य आयुष मंत्री श्रीपद नायक द्वारा किया गया। इस दो दिवसीय कांग्रेस का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय महर्षि आयुर्वेद फाउंडेशन (नीदरलैंड्स), अखिल भारतीय आयुर्वेदिक कांग्रेस (नई दिल्ली) तथा अंतर्राष्ट्रीय आयुर्वेद अकादमी (पुणे) द्वारा किया गया।
मुख्य बिंदु
इस कांग्रेस में नीदरलैंड तथा इसके पड़ोसी देशों में आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार करने पर बल दिया गया। इसी कड़ी में नीदरलैंड में भारतीय दूतावास में एक विशेष सेमीनार का आयोजन भी किया गया। इस सेमिनार में आयुष मंत्री तथा डच स्वास्थ्य मंत्री ब्रूनो ब्रुइंस ने योग और आयुर्वेद के महत्व अपने विचार साझा किये।
आयुष
भारत में प्राकृतिक चिकित्सा का इतिहास काफी पुराना है, भारत में 5000 वर्षों से भी अधिक समय से प्राकृतिक व वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली का उपयोग किया जाता रहा है। आयुष का पूर्ण संस्करण आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्ध और होमियोपैथी है (AYUSH : Ayurveda, Yoga and Naturopathy, Unani, Siddha and Homoeopathy)।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ई-फार्मेसी को नियंत्रित करने के लिए जारी किये ड्राफ्ट नियम
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ई-फार्मेसी द्वारा ऑनलाइन दवाओं की बिक्री को रेगुलेट करने के लिए ड्राफ्ट नियम जारी किये हैं। इन नियमों का उद्देश देश में ऑनलाइन पोर्टल में प्रमाणित दवाओं की बिक्री सुनिश्चित करना है।
मुख्य बिंदु
- ऑनलाइन फार्मेसी को केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) में पंजीकरण करवाना तथा किसी राज्य सरकार से व्यापार लाइसेंस लेना अनिवार्य है। ऑनलाइन फार्मेसी को किसी एक ही राज्य से लाइसेंस लेना अनिवार्य है, एक ही लाइसेंस वे देश के किसी भी राज्य में दवाइयां बेच सकते हैं।
- रजिस्ट्रेशन ग्रांट के लिए ई-फार्मेसी को केंद्र सरकार के ऑनलाइन पोर्टल केन्द्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण द्वारा आवेदन करना होगा। किसी एक व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन अगले तीन वर्ष तक वैध होगा, बाद में इसे रीन्यू करना होगा।
- यदि ई-फार्मेसी ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट, 1940 के किसी प्रावधान का उल्लंघन करती है तो इसका पंजीकरण रद्द किया जा सकता है। इसके अलावा ई-फार्मेसी को सूचना व प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 का पालन भी करना होगा। ई-फार्मेसी को रोगी की जानकारी को गोपनीय रखना होगा, यह जानकारी केंद्र अथवा राज्य सरकार के अतिरिक्त किसी अन्य से साझा नहीं की जा सकती।
- दवा की आपूर्ति के लिए ई-फार्मेसी को कैश मेमो अथवा क्रेडिट मेमो को रिकॉर्ड स्वरुप अपने पास रखना होगा। इन ई-फार्मेसी से किसी भी प्रकार की प्रशान्तक तथा नशीली दवाएं नहीं बेची जा सकती। ई-फार्मेसी के कार्यकाल का प्रत्येक दो वर्ष में निरीक्षण किया जायेगा। ई-फार्मेसी को निश्चित समय के अन्दर ही दवाई की डिलीवरी करनी होगी और उनके पास 24×7 कॉल सेण्टर भी होना चाहिए। ई-फार्मेसी किसी दवा का प्रचार, रेडियो, टेलीविज़न, इन्टरनेट अथवा प्रिंट में नहीं कर सकती।
admin Sep 5, 2018
ध्यान दिलाने के लिए धन्यवाद मुकुल जी.डाटा को सुधार लिया गया है.