भारत की कृषि विपणन प्रणाली प्रस्तावना भारत में कृषि उत्पादकता के कम होने का एक बड़ा कारण भारत की विकृत कृषि विपणन प्रणाली है. यह कहा गया है कि इस प्रणाली की कमजोरियों के कारण जहां एक और कृषि वस्तुओं के लिए उपभोक्ताओं को ऊंची कीमत देनी पड़ती है वहीं दूसरी ओर किसानों को उपभोक्ताओं […]
प्रस्तावना प्रधानमंत्री की अध्यक्षयता वाली आर्थिक मामलों की केंद्रीय समिति ने 2016-17 के लिए रबी की सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दी। इसके अलावा दलहन और तिलहन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने उपर्युक्त और निम्नलिखित फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढोतरी को अनुमति प्रदान की। […]
सार्वजनिक वितरण प्रणाली (public distribution system) भारत में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को उचित कीमतों पर तथा उचित समय पर उपलब्ध कराने तथा जनता के पोषण को उचित स्तर पर बनाए रखने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली को एक मुख्य उपकरण के रूप में उपयोग किया जाता है | सार्वजनिक वितरण प्रणाली न केवल खुले […]
प्रस्तावना न्यूनतम समर्थन मूल्य भारत सरकार द्वारा कृषि उत्पादकों को कृषि उत्पादों के मूल्यों में किसी तीव्र गिरावट के विरुद्ध सुरक्षित किए जाने वाले बाजार हस्तक्षेप का एक रूप है |भारत सरकार द्वारा कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP ) की अनुशंसाओं के आधार पर कुछ फसलों के बुवाई सत्र के आरम्भ में न्यूनतम समर्थन […]
प्रस्तावना यह टॉपिक पुराना हो गया है लेकिन UPSC mains को देखते हुए एक बार इसे देख लेते है | प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक नई फसल क्षति बीमा योजना है जिसे जनवरी 2016 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया है | यह वर्तमान दो फसल बीमा योजनाओं –राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना और संसोधित […]
कृषि सब्सिडियां प्रस्तावना भारत में कृषि क्षेत्र में सब्सिडियां विभिन्न कारणों(उच्च राजकोषीय घाटा,तीव्र विकास ,अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगता ,खाद्य सुरक्षा आदि ) से एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनी रही है | भारत में हरित क्रांति अथवा नई कृषि रणनीति के अन्तर्गत तकनिकी कुशलता को प्राप्त करने के लिए लक्ष्मी कान्त झा समिति की सिफारिशों पर कृषि क्षेत्र में […]
सहकारी कृषि सहकारी कृषि वह प्रक्रिया है जिसमे एक कंपनी अथवा व्यवसायिक संगठन अपनी भूमि पर खुले बाजार अथवा अपनी आवश्यकतओं के लिए कृषि कार्य को सम्पादित करती है |सहकारी कृषि में सम्बंधित व्यक्ति स्वामित्व में परिवर्तन किए बगैर भूमि और अन्य संसाधन को आपस में मिलाते हुए मिलकर कृषि करते है | सहकारी कृषि […]
Abhishek vishwakarma: 💯% right sir and thank you so much sir