गांधीजी की भारत वापसी गांधीजी, जनवरी 1915 में भारत लौटे। दक्षिण अफ्रीका में उनके संघर्ष और उनकी सफलताओं ने उन्हें भारत में अत्यन्त लोकप्रिय बना दिया था। न केवल शिक्षित भारतीय अपितु जनसामान्य भी गांधीजी के बारे में भली-भांति परिचित हो चुका था। भारत की तत्कालीन सभी राजनीतिक विचारधाराओं से गांधीजी असहमत थे। उन्होंने कहा […]
Click on the Link to Download होमरूल लीग आंदोलन एवं लखनऊ समझौता PDF होमरूल लीग आंदोलन भारतीय होमरूल लीग का गठन आयरलैंड के होमरूल लीग के नमूने पर किया गया था, जो तत्कालीन परिस्थितियों में तेजी से उभरती हुयी प्रतिक्रियात्मक राजनीति के नये स्वरूप का प्रतिनिधित्व करता था। ऐनी बेसेंट और तिलक इस नये स्वरुप […]
Click on the Link to Download NATIONAL MOVEMENT PDF प्रस्तावना सीसैट के दौड़ में upsc आधुनिक भारत के इतिहास से कुछ ऐसे सरल प्रश्न पूछ लेती है जो परीक्षार्थी के ज्ञान की तौहीन है उसी में से एक विषय है स्वदेशी आंदोलन व कांग्रेस का विभाजन | इस लेख में हम इसे ही समझने की […]
प्रस्तावना इस लेख के द्वारा हम भारत में आधुनिक राष्ट्रवाद के उदय के कारण ,कांग्रेस के गठन से पूर्व की राजनीतिक संस्थायें , कांग्रेस का गठन व उदारवादियों की शुरुआती सफलता के बारे में समझने की कोशिश करेंगे व विगत वर्षों के कुछ प्रश्नों को देखेंगे … उदारवादी चरण और प्रारंभिक कांग्रेस 1858-1905 ई. भारत […]
प्रस्तावना 1757 ई. की प्लासी की लड़ाई और 1764 ई. बक्सर के युद्ध को अंग्रेजों द्वारा जीत लिए जाने के बाद बंगाल पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने शासन का शिकंजा कसा. इसी शासन को अपने अनुकूल बनाए रखने के लिए अंग्रेजों ने समय-समय पर कई एक्ट पारित किए, जो भारतीय संविधान के विकास की […]
Click on the Link to Download Revolt of 1857 PDF प्रस्तावना सन् 1857 का विप्लव भारत-भूमि पर ब्रितानी राज्य के इतिहास की सबसे अधिक रोमांचकारी और महत्वपूर्ण घटना थी। ” यह एक ऐसी भयानक घटना थी जिसकी प्रचण्ड लपटों में एक बार तो ब्रितानियों का अस्तित्व जल कर मिटने वाला सा प्रतीत होने लगा था। […]
ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में अकाल की क्या स्थिति थी और ब्रिटिश शासन के द्वारा इससे लड़ने के लिए कौन – कौन से कदम उठाए गए ? प्रस्तावना ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में जीवन यापन का मुख्य साधन खेती ही था ,और यह मुख्यतः अनिश्चित वर्षा पर निर्भर था |1757 से 1947 के […]
प्रस्तावना भारत में क्रांतिकारी आतंकवाद का विकास दो चरणों में हुआ | पहला चरण स्वेदेशी आंदोलन के बाद शुरू हुआ और दूसरा चरण लगभग 1920 के आस पास | क्रांतिकारी आतंकवाद को पढ़ते समय हम upsc में गत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों की प्रकृति के आधार पर अपनी पढाई करेंगे | गत वर्षों में […]
प्रस्तावना यहाँ पर मैं ‘राजीव अहीर’ की पुस्तक’आधुनिक भारत का इतिहास’ से कुछ मुख्य बिंदु लिख रहा हूँ ताकि आप अपने दिमाग में एक खाँचा खींच सके | 19 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में भारत में आधुनिक उद्योग धंधों के विकास के साथ श्रमिकों के रोजगार में भी वृद्धि हुई | लेकिन पुरे विश्व के […]
उपनिवेशवाद के अधीन भारतीय कृषि व्यवस्था अंग्रेज़ो द्वारा भारतीय कृषि में व्यापक परिवर्तन किए जाने से देश के कृषि जगत में हलचल पैदा हो गई तथा भारतीय कृषक निर्धनता की बेड़ियों से जकड़ गए। उपनिवेशवाद के अधीन भारतीय कृषि की निर्धनता के निम्न प्रमुख कारण थे — उपनिवेशवादी आर्थिक नीतियां। भारतीय हस्तशिल्प के विनाश से […]
Kajal kumari: Mast hai sir