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भुवनेश्वर: कोविड-19 के खिलाफ शत-प्रतिशत टीकाकरण वाला देश का पहला शहर
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर भारत का ऐसा पहला शहर बन गया है, जिसने कोविड-19 के खिलाफ शत-प्रतिशत टीकाकरण किया है। इसके अतिरिक्त लगभग एक लाख प्रवासी कामगारों को भी राजधानी शहर में कोविड वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। भुवनेश्वर नगर निगम ने 31 जुलाई, 2021 तक विशिष्ट समय-सीमा के भीतर टीकाकरण प्रक्रिया को पूरा करने के लिये विभिन्न श्रेणियों के लोगों के लिये मानक निर्धारित किये थे। टीका लगाने वालों में 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लगभग 9 लाख लोग शामिल हैं। ओडिशा सरकार ने प्रतिदिन कुल 3.5 लाख लोगों का टीकाकरण करने के लिये ज़िलेवार लक्ष्य निर्धारित किये थे।

भारत बायोटेक की रोटावायरस वैक्सीन को WHO से ‘प्रीक्वालिफिकेशन मंज़ूरी’
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (Bharat Biotech International Ltd.) ने सोमवार को घोषणा की कि रोटावैक 5डी (Rotavac 5D- रोटावैक वैक्सीन का एक प्रकार) को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से “प्रीक्वालिफिकेशन मंज़ूरी” प्राप्त हुई है। Rotavac 5D का प्रयोग रोटावायरस इन्फेक्शन की रोकथाम के लिये किया जाता है, जो शिशुओं और छोटे बच्चों में होने वाली एक सामान्य बीमारी है। Rotavac के नए वैरिएंट, Rotavac 5D एक अनूठा रोटावायरस वैक्सीन फॉर्मूलेशन है, जिसे बिना किसी बफर के दिया जा सकता है। वैक्सीन की कम खुराक की मात्रा (0.5 ML) इसके लॉजिस्टिक, कोल्ड चेन मैनेजमेंट को आसान बनाती है और वैक्सीन लगाने के बाद इससे काफी कम मात्रा में बॉयो वेस्ट निकलता है।

बीमा अधिनियम में संशोधन के लिये लोकसभा में विधेयक पारित
केंद्र को देश की चार सरकारी साधारण बीमा कंपनियों में से किसी एक की हिस्सेदारी निजी क्षेत्र को बेचने के लिये लोकसभा की हरी झंडी मिल गई। लोकसभा ने साधारण बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक 2021 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। इसके अलावा अध्यादेश से जुड़ा एक बिल भी प्रस्तुत किया गया। वित्तमंत्री ने आम बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंक और एक साधारण बीमा कंपनी में कम-से-कम 51 फीसदी हिस्सेदारी के प्रावधान को खत्म करने का बड़ा ऐलान किया था। लोकसभा से पास हुए बिल में इसके प्रावधान हैं। इस विधेयक का उद्देश्य सार्वजनिक क्षेत्र के साधारण बीमा कंपनियों को भारतीय बाज़ार से संसाधन उपलब्ध कराना है। निजी भागीदारी बढ़ने से कंपनियाँ नई योजनाएँ लेकर आएंगी। वित्तमंत्री के अनुसार, पॉलिसीधारकों के हितों व सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये ये संशोधन ज़रूरी हैं।

भारत-चीन सेना ने सिक्किम में छठी हॉटलाइन स्थापित की
सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर किसी तरह की झड़प से बचने और विश्वास तथा सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ाने के लिये दोनों देशों की तरफ से अहम पहल हुई है। उत्तरी सिक्किम के कोंगरा ला में भारतीय सेना और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के खंबा दजोंग में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के बीच हॉटलाइन स्थापित की गई। एक अगस्त को PLA दिवस भी मनाया गया था। दोनों देशों के बीच यह छठी हॉटलाइन है। इसके साथ ही पूर्वी लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में दोनों सेनाओं के बीच दो-दो हॉटलाइन हो गई हैं। दोनों देशों के सशस्त्र बलों के पास कमांडर स्तर पर संचार के लिये सुस्थापित तंत्र हैं। विभिन्न सेक्टरों में स्थापित ये हॉटलाइन संवाद को मज़बूत करने और सीमाओं पर शांति तथा सौहार्द बनाए रखने में अहम योगदान करती हैं। सेना के अनुसार, हॉटलाइन के उद्घाटन अवसर पर दोनों तरफ की सेनाओं के कमांडर उपस्थित थे एवं हॉटलाइन के माध्यम से मित्रता एवं सद्भाव के संदेश का अदान-प्रदान किया गया।

पिंगली वेंकैया
02 अगस्त, 2021 को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के डिज़ाइनर और महान स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। 02 अगस्त, 1876 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले में जन्मे पिंगली वेंकैया ने प्रारंभिक शिक्षा भटाला पेनमरू और मछलीपट्टनम में प्राप्त की तथा 19 वर्ष की आयु में उन्होंने अफ्रीका में एंग्लो-बोअर युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना में सैनिक के रूप में कार्य किया। इसी युद्ध के दौरान दक्षिण अफ्रीका में रहते हुए वे गांधी जी से मिले एवं उनसे काफी प्रभावित हुए। अफ्रीका से लौटने के बाद पिंगली वेंकैया ने अपना अधिकांश समय कृषि और कपास की खेती पर शोध करते हुए बिताया। उन्होंने लाहौर के एंग्लो वैदिक स्कूल में संस्कृत, उर्दू और जापानी का अध्ययन भी किया। वर्ष 1918 तथा वर्ष 1921 के बीच पिंगली वेंकैया ने काॅन्ग्रेस के लगभग प्रत्येक अधिवेशन में एक ध्वज की मांग का आह्वान किया। राष्ट्रीय ध्वज की आवश्यकता को स्वीकार करते हुए वर्ष 1921 में राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस की एक बैठक में गांधी जी ने वेंकैया से नए सिरे से डिज़ाइन तैयार करने को कहा। प्रारंभ में वेंकैया ने ध्वज में केवल लाल और हरे रंग का ही प्रयोग किया था, जो क्रमशः हिंदू तथा मुस्लिम समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे। किंतु बाद में इसके केंद्र में एक चरखा और तीसरे रंग (सफेद) को भी शामिल किया गया। वर्ष 1931 में भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस द्वारा इस ध्वज को आधिकारिक तौर पर अपनाया गया। 04 जुलाई, 1963 को पिंगली वेंकैया की मृत्यु हो गई।

विश्व स्तनपान सप्ताह
प्रतिवर्ष दुनिया भर में 01 अगस्त से 07 अगस्त तक ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य स्तनपान के माध्यम से दुनिया भर में शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार को प्रोत्साहित करना है। यह दिवस अगस्त 1990 में सरकारी नीति निर्माताओं, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और अन्य संगठनों द्वारा स्तनपान, इसका प्रचार और समर्थन करने हेतु हस्ताक्षरित ‘इनोसेंटी डिक्लेरेशन’ की याद दिलाता है। वर्ष 2018 में विश्व स्वास्थ्य सभा के एक प्रस्ताव के माध्यम से ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ को एक महत्त्वपूर्ण स्तनपान प्रोत्साहन रणनीति के रूप में घोषित किया गया था। स्तनपान, जिसे नर्सिंग के रूप में भी जाना जाता है, शिशुओं को उनकी वृद्धि और विकास के लिये आवश्यक पोषक तत्त्व प्रदान करने की एक विधि है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, बच्चे के स्वास्थ्य और उत्तरजीविता को सुनिश्चित करने के लिये स्तनपान सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। हालाँकि विश्व भर में 3 में से लगभग 2 शिशुओं को अनुशंसित 6 महीनों तक स्तनपान नहीं कराया जाता है, जिसके कारण लाखों बच्चों को स्वास्थ्य स्तर पर भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है।

दिल्ली की मेडिकल ऑक्सीजन प्रोडक्शन प्रमोशन पॉलिसी
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को मेडिकल ऑक्सीजन प्रोडक्शन प्रमोशन पॉलिसी 2021 को मंज़ूरी दे दी, जिसका उद्देश्य मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन, परिवहन और भंडारण पर निवेश करने वाले निजी उद्यमों को बिजली सब्सिडी एवं कर प्रतिपूर्ति के माध्यम से प्रोत्साहित कर भविष्य में मेडिकल इमरजेंसी के लिये मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन में राजधानी दिल्ली को आत्मनिर्भर बनाना है। इस नीति को अप्रैल माह में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में मेडिकल ऑक्सीजन के गंभीर संकट के मद्देनज़र तैयार किया गया है। यह नीति भविष्य में किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिये दिल्ली को मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने हेतु दिल्ली सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 66 संयंत्रों में से 36 संयंत्र चालू हो चुके हैं, जबकि तीन तैयार हैं और शेष के 31 अगस्त तक चालू होने की उम्मीद है। वहीं केंद्र सरकार के अस्पतालों में 10 में से छह संयंत्र चालू हो चुके हैं तथा शेष अगस्त तक चालू हो जाएंगे।

लेखा महानियंत्रक- ‘दीपक दास’
वरिष्ठ अधिकारी दीपक दास ने हाल ही में देश के नए ‘लेखा महानियंत्रक’ (CGA) के रूप में कार्यभार संभाला लिया है। वे देश के 25वें लेखा महानियंत्रक (CGA) हैं। दीपक दास वर्ष 1986 बैच के भारतीय सिविल लेखा सेवा (ICAS) अधिकारी हैं। अपने 35 वर्षीय लंबे कॅरियर के दौरान दीपक दास ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण एवं वन, उद्योग संवर्द्धन विभाग तथा आंतरिक व्यापार और भारी उद्योग, वाणिज्य एवं वस्त्र, कृषि एवं किसान कल्याण, सड़क परिवहन जैसे मंत्रालयों में विभिन्न महत्त्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। दीपक दास, भारतीय सिविल लेखा सेवा की प्रशिक्षण अकादमी- ‘सरकारी लेखा और वित्त संस्थान’ (INGAF) के निदेशक भी रह चुके हैं। ‘लेखा महानियंत्रक’ का कार्यभार संभालने से पूर्व दीपक दास ‘केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड’ (CBDT) में प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। विदित हो कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग के तहत लेखा महानियंत्रक (CGA), भारत सरकार का प्रधान लेखा सलाहकार होता है, जो कि मुख्य तौर पर तकनीकी रूप से सुदृढ़ प्रबंधन लेखा प्रणाली की स्थापना और रखरखाव हेतु उत्तरदायी है।

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