जोजिला सुरंग
सन्दर्भ
ज़ोजिला सुरंग की बहुप्रतीक्षित बुनियादी ढांचा परियोजना का निर्माण शुरू हो गया है।
ज़ोजिला पास सुरंग के बारे में:
क्या है ?
- 14 किलोमीटर लम्बी जोजिला सुरंग भारत की सबसे लम्बी सड़क सुरंग और एशिया की सबसे लम्बी दो विपरीत दिशाओं वाली सुरंग होगी।इस सुरंग के निर्माण से श्रीनगर, कारगिल और लेह के बीच हर मौसम में संपर्क प्रदान किया जा सकेगा। यह मार्ग वर्ष के अधिकांश हिस्से में बर्फ से ढका रहता है और अक्सर यहां बर्फीले तूफान आते हैं।
- इसके कारण लद्दाख क्षेत्र के स्थानों के लिए सड़क संपर्क में लम्बे समय तक बाधा आती है,जिससे लोगों तक आवश्यक आपूर्ति पहुंचाने में दिक्कत आती है, व्यवसाय ठप्प हो जाता है, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा प्रभावित होती है। इस सुरंग के बन जाने से हर मौसम में इस क्षेत्र के लोगों को संपर्क प्रदान कर राहत दी जा सकेगी। इससे जोजिला दर्रे को पार करने के लिए वर्तमान में लगने वाले साढ़े तीन घंटे की अवधि सिर्फ 15 मिनट रह जाएगी और गाड़ी चलाना सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगा।
लाभ
- सुरंग के निर्माण से इस क्षेत्र के चौतरफा आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण की उम्मीद है।
- निर्माण के दौरान प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होने के साथ, आर्थिक वृद्धि में तेजी के कारण इससे बड़े पैमाने पर अप्रत्यक्ष और अनपेक्षित नौकरियां मिलेंगी।
- इस परियोजना का रणनीतिक और सामाजिक-आर्थिक महत्व है और यह जम्मू-कश्मीर के आर्थिक रूप से पिछड़े जिलों के विकास में साधक होगा।
- जोजिला सुरंग की योजना एक स्मार्ट सुरंग के रूप में बनाई गई है। इसमें आधुनिकतम सुरक्षा विशेषताएं जैसे पूरी तरह अनुप्रस्थ वायु संचार प्रणाली, लगातार बिजली की आपूर्ति, सुरंग में आपात रोशनी, सीसीटीवी, निगरानी, परिवर्तनशील संदेश संकेत, ट्रैफिक लॉगिंग उपकरण, अधिक ऊंचाई वाले वाहनों की पहचान, सुरंग रेडियो प्रणाली आदि की व्यवस्था होगी।
- श्रीनगर और जम्मू में रिंग रोड का उद्देश्य इन शहरों में यातायात की भीड़भाड़ को कम करना और सड़क यात्रा को सुरक्षित, तेज, अधिक सुविधाजनक तथा अधिक पर्यावरण अनुकूल बनाना है।
SOURCE- PIB
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